- शीर्ष चार विजेता टीमों को आईआईटी दिल्ली में इनक्यूबेशन सपोर्ट के लिए 1 करोड़ रुपये की ग्रांट प्रदान की गई
- • टॉप 20 टीमों को 1-1 लाख रुपये और सैमसंग गैलेक्सी Z फ्लिप स्मार्टफोन मिले
- • कार्यक्रम ने स्टार्टअप इंडिया, स्टार्टअप हब और अटल इनोवेशन मिशन के साथ बहु-वर्षीय साझेदारी की
भारत – 30 अक्टूबर 2025: भारत के सबसे बड़े कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड सैमसंग ने आज अपने राष्ट्रीय शिक्षा कार्यक्रम ‘सैमसंग सॉल्व फॉर टुमॉरो 2025’ के चौथे संस्करण के विजेताओं की घोषणा की। यह कार्यक्रम युवा छात्रों को प्रेरित करता है कि वे तकनीक के माध्यम से अपने समुदायों की वास्तविक चुनौतियों के लिए व्यावहारिक और प्रभावशाली समाधान विकसित करें।

शीर्ष चार विजेता टीमें – Percevia (बेंगलुरु), NextPlay.AI (औरंगाबाद), Paraspeak (गुरुग्राम) और Prithvi Rakshak (पलामू) – को 1 करोड़ रुपये की इनक्यूबेशन ग्रांट प्रदान की गई। ये टीमें आईआईटी दिल्ली के एफआईआईटी लैब्स में विशेषज्ञ मेंटरशिप के साथ अपने प्रोटोटाइप को बड़े पैमाने पर उपयोगी समाधानों में विकसित करेंगी।
जूरी पैनल में सैमसंग के वरिष्ठ नेतृत्व के साथ-साथ शिक्षा, सरकार और उद्योग जगत के विशेषज्ञ शामिल थे।
उन्होंने प्रतिभागियों के नवाचारों का मूल्यांकन चार प्रमुख विषयों पर किया – सुरक्षित, स्मार्ट और समावेशी भारत के लिए एआई, भारत में स्वास्थ्य, स्वच्छता और कल्याण का भविष्य, तकनीक से पर्यावरणीय स्थिरता, और खेल तथा तकनीक के माध्यम से सामाजिक बदलाव।
इस वर्ष के संस्करण में पूरे भारत से हजारों छात्रों ने भाग लिया, जिन्होंने साहसिक और मानव-केंद्रित विचार प्रस्तुत किए जो नवाचार को सामाजिक उद्देश्य से जोड़ते हैं। पहली बार, फाइनलिस्ट्स को एफआईआईटी के एडवांस्ड आरएण्डडी इंफ्रास्ट्रक्चर का व्यावहारिक उपयोग करने का अवसर मिला, जिससे उन्होंने ग्रैंड फिनाले से पहले अपने कॉन्सेप्ट्स को और निखारा।
विजेता नवाचार जो संभावनाओं को नया रूप देते हैं
Percevia (बेंगलुरु): एक एआई-आधारित वियरेबल ग्लासेस सिस्टम, जो वस्तुओं की पहचान करता है और उनकी स्थिति को 33-ग्रिड वॉयस एवं वाइब्रेशन फीडबैक के माध्यम से बताता है। यह दृष्टिबाधित व्यक्तियों को रीयल-टाइम स्पेशियल अवेयरनेस प्रदान करता है।
NextPlay.AI (औरंगाबाद): स्पोर्ट्स के लिए मोबाइल-फर्स्ट एआई प्लेटफॉर्म, जिसमें एआई वर्चुअल कोच, एआई रेफरी और न्यूरो-इंक्लूसिव ट्रैकर शामिल हैं। यह एथलीट्स को कहीं भी, कभी भी निष्पक्षता, पहुंच और समावेशन सुनिश्चित करता है।
Paraspeak (गुरुग्राम): रीयल-टाइम स्पीच एन्हांसमेंट डिवाइस, जो स्पीकर-इंडिपेंडेंट है और डिसार्थ्रिया (धीमी या अस्पष्ट बोलचाल) को डीप-लर्निंग तकनीक से स्पष्ट संप्रेषण में बदलता है, जिससे उपयोगकर्ता आत्मविश्वास से संवाद कर सकते हैं।
Prithvi Rakshak (पलामू): एक कम्युनिटी-आधारित ग्रीन ऐप, जो पेड़ गोद लेने, रिसाइक्लिंग और गेमिफाइड पर्यावरणीय गतिविधियों के माध्यम से पर्यावरण-मित्र जीवनशैली को बढ़ावा देता है – और पूरे भारत में पर्यावरण जागरूकता फैलाता है।
भारत के युवा इनोवेटर्स को सशक्त बनाना
नई दिल्ली में आयोजित ग्रैंड फिनाले में विजेताओं का चयन छह महीने की सघन यात्रा के बाद किया गया, जिसमें कई मेंटरशिप राउंड, प्रोटोटाइप निर्माण और बूटकैंप शामिल थे। टॉप 20 फाइनलिस्ट टीमों को उनकी रचनात्मकता और बेहतर दुनिया बनाने की प्रतिबद्धता के लिए 1-1 लाख रुपये की राशि और नवीनतम सैमसंग गैलेक्सी Z फ्लिप स्मार्टफोन प्रदान किए गए।
इसके साथ ही, पाँच विशेष पुरस्कार भी प्रदान किए गए –
• गुडविल अवार्ड (2) – 1 लाख रुपये प्रत्येक
• यंग इनोवेटर अवार्ड (2) – 1 लाख रुपये प्रत्येक
• सोशल मीडिया चैंपियन अवार्ड – 50 हज़ार रुपये
भारत के नवाचार परिसर को मज़बूत बनाना
स्टार्टअप इंडिया (डीपीआईआईटी), MeitY स्टार्टअप हब, और अटल इनोवेशन मिशन (नीति आयोग) के साथ सैमसंग की बहु-वर्षीय साझेदारी भारत के नवाचार परिसर को सुदृढ़ बना रही है — देश के हर कोने से युवा बदलावकर्ताओं के लिए नए अवसर तैयार कर रही है।
जे. बी. पार्क, प्रेसिडेंट एवं सीईओ, सैमसंग साउथवेस्ट एशिया ने कहा, “सालों से, सैमसंग सॉल्व फॉर टुमॉरो ने ऐसा नवाचार मंच तैयार किया है जो तकनीक को सबके लिए सुगम बनाता है और भारत के हर क्षेत्र की रचनात्मकता का सम्मान करता है। इस वर्ष भी छोटे शहरों और गाँवों से आए शानदार विचारों ने यह साबित किया है कि प्रतिभा की कोई सीमा नहीं होती। हमारा दृष्टिकोण तकनीक का उपयोग जनकल्याण के लिए करना है, इन युवा इनोवेटर्स को मेंटोरिंग, संसाधन और सशक्तिकरण के माध्यम से समर्थित करना, ताकि डिजिटल इंडिया और स्टार्टअप इंडिया जैसी सरकारी पहल के साथ मिलकर एक अधिक समावेशी और भविष्य-उन्मुख भारत का निर्माण हो सके।”
जूरी में सैमसंग नेतृत्व, शिक्षा और सरकार के विशेषज्ञ थे – जैसे मोहन राव गोली (एमडी, एसआरआई-बी), पंकज मिश्रा (सीटीओ, एसआरआई-डी), युरान किम (एमडी, एसडीडी), केवाई रू (एमडी, एसआरआई-एन)।
अन्य जूरी सदस्यों ने विभिन्न क्षेत्रों की विशेषज्ञता और अलग-अलग नजरिए मूल्यांकन में जोड़े। पैनल में शामिल थे: डॉ. पी.एस. मदनगोपाल, सीईओ, MeitY स्टार्टअप हब, डॉ. श्रीनिवासन वेंकटरमा, डिज़ाइन असिस्टेंट प्रोफेसर, आईआईटी दिल्ली, डॉ. राकेश कौर, साइंटिस्ट ‘जी’, भारत सरकार के प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर ऑफिस, मामथा वेंकटेश, हेड, स्टार्टअप इंडिया, हिमांशु जोशी, डायरेक्टर, अटल इनोवेशन मिशन, नीति आयोग। इन सभी ने चारों थीम्स पर एंट्रीज का मूल्यांकन किया। इनके साथ डॉ. रैंड हैरिंगटन, डायरेक्टर, अमेरिकन एंबेसी स्कूल भी थे, जिन्होंने ‘खेल और तकनीक से सामाजिक बदलाव: शिक्षा और बेहतर भविष्य के लिए’ थीम पर जूरी की। उनके साथ डॉ. सुमीत के. जरंगल, डायरेक्टर, डीपीआईआईटी थे। पुरस्कार समारोह में विशिष्ट मेहमान थे:प्रो. अजय के. सूद, प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार, भारत सरकार, शोम्बी शार्प, संयुक्त राष्ट्र रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर, भारत, डॉ. निखिल अग्रवाल, एमडी, एफआईआईटी, आईआईटी दिल्ली, प्रज्ञा मोहन, इंटरनेशनल ओलंपिक कमिटी यंग लीडर।
प्रो. अजय के. सूद, प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार, भारत सरकार “यह युवा इनोवेटर्स की पीढ़ी बिल्कुल वैसी ही है जैसी भारत को चाहिए। वे उद्देश्य से डिज़ाइन करते हैं, दुनिया की नकल नहीं। जब आइडियाज नीचे से ऊपर आते हैं, स्थानीय समस्याओं से जुड़े, तो वे हमें उत्पाद बनाने वाला राष्ट्र बनाने की दिशा बदल सकते हैं।”
भारत के भविष्य के लिए नवाचार को बढ़ावा
इस साल के संस्करण में हर भारतीय राज्य से भागीदारी हुई, खासकर टियर 2 और टियर 3 शहरों से मजबूत प्रतिनिधित्व। इससे सैमसंग का मिशन मजबूत होता है – नवाचार को सबके लिए खुला और आसान बनाना।
एआई से चलने वाले एक्सेसिबिलिटी टूल्स से लेकर सस्टेनेबिलिटी ऐप्स तक, ये प्रोजेक्ट्स दिखाते हैं कि युवा-नेतृत्व वाली तकनीक समुदायों को कैसे बदल सकती है।
लगातार मेंटरशिप, सैमसंग के आरएंडडी विशेषज्ञता तक पहुँच और आईआईटी दिल्ली में इनक्यूबेशन से, सैमसंग सॉल्व फॉर टुमॉरो 2025 भारत के अगली पीढ़ी के इनोवेटर्स को तैयार कर रहा है – भारत और उसके परे तकनीक का भविष्य आकार दे रहा है।